Moral Story in Hindi About an Ordinary Man’s Loyalty “मम्मी मम्मी देखो चन्दन पुकार रहा है| उसे बुला लो ना| हम मिठाई लेंगे,” कहते हुए रतन ने अपनी माँ का आँचल खींचा| “हाँ हाँ मम्मी, मैं आज गुलाबी वाली लूँगी,” शालिनी ने भी हाँ में हाँ मिलाई| निर्मला ने बच्चों की ज़िद के आगे हार […]
Nanhi Champa: नन्ही चंपा
Hindi Story about a Little Orphan Girl जाड़े के दिन थे| दोपहर के तीन बजे थे| मालती छत पर बैठी मैगज़ीन के पन्ने पलट रही थी| बच्चे अभी स्कूल से नही आये थे और पति ऑफिस में थे| अचानक फेरी लगाती हुई छोटी पांच वर्षीय चंपा और उसके पिता शंकर की आवाज़ आई| “चूड़ी लेलो, […]